प्रो.जगदीश्वर चतुर्वेदी
१. आज बाबासाहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का जन्मदिन है-
इनदिनों मीडिया की भूमिका को लेकर बहुत चर्चा हो रही है। अम्बेडकर ने जिस समय मीडिया पर लिखा था उस समय मीडिया में गांधी और जिन्ना का हल्ला था। इन दोनों नेताओं के नशे में मीडिया डूबा हुआ था। उस परिस्थिति पर अम्बेडकर ने जो बातें कहीं वे आज भी प्रासंगिक हैं।
अम्बेडकर ने कहा-
“कभी भारत में पत्रकारिता एक मिशन था। अब वह व्यापार बन गया है। वह तो साबुन बनाने जैसा है, उससे अधिक कुछ भी नहीं। उसमें कोई नैतिक दायित्व नहीं है। वह स्वयं को जनता का जिम्मेदार सलाहकार नहीं मानता ।”
२. इनदिनों मीडिया में नायक-पूजा की बाढ़ आई हुई है।इस प्रसंग में अम्बेेडकर ने बहुत मूल्यवान बात कही है-“नायक- पूजा भक्त को भ्रष्ट और देश को नष्ट करती है।”
अम्बेडकर ने यह भी कहा है- “समाचार-पत्र हाथ में हों तो महापुरुष का उत्पादन बाएं हाथ का खेल है। “