आलोक श्रीवास्तव डीडी नेशनल के चैनल एडवाइजर बन गए हैं. पिछले सात साल से वे आजतक के साथ जुड़े हुए थे. लगभग पंद्रह साल से वे पत्रकारिता की दुनिया में सक्रिय हैं. इस दौरान आजतक के अलावा इंडिया टीवी, दैनिक भास्कर और बतौर स्वतंत्र पत्रकार इंडिया टुडे से भी जुड़े रहे.
पत्रकारिता के साथ साहित्य की दुनिया में भी आलोक श्रीवास्तव जाना पहचाना नाम है. उनकी किताब ‘आमीन’ के लिए उन्हें अंतर्राष्ट्रीय पुश्किन अवार्ड भी मिल चुका है.
अपनी इस उपलब्धि पर आलोक एफबी पर लिखते हैं –
” नए समय की नई इबारत
कहां पता था ? तीन दशक पहले. साल 1984 में. Vidisha में अपने घर की छत पर चढ़ कर, 12 साल का जो लड़का दूरदर्शन पर फ़िल्म देखने के लिए, टीवी का एंटीना ठीक किया करता था, आज वही…”