फेसबुक ने जब से अपने यूजर्स को लाइव की सुविधा दी है तबसे टीवी न्यूज़ पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. यही वजह है कि न्यूज़ चैनलों ने लाइव टीवी के अलावा फेसबुक लाइव भी शुरू कर दिया है. यानी हर एंकर अपने शो को प्रोमोट करने के लिए छोटे – छोटे वीडियो पोस्ट करता है और यहाँ से अपने चैनल पर भीड़ खींच ले जाने का प्रत्यन करता है. बहरहाल न्यूज़ चैनलों की दुनिया से अलग दूसरे पत्रकार और आम लोग भी इसे लेकर अलग-अलग तरह के प्रयोग कर रहे हैं जो बेहद रोचक हैं और विजुअल की दुनिया को एक नया विस्तार देते हैं. मसलन कई चैनलों के प्रमुख रह चुके वरिष्ठ पत्रकार अनुरंजन झा आजकल फेसबुक लाइव के जरिए राजनीतिक बहस कर रहे हैं और फेसबुक पर मौजूद उनके मित्रसूची के लोग उसमें काफी रूचि भी ले रहे हैं. इसमें उनका साथ उनके साथी पत्रकार अभिरंजन दे रहे हैं. दोनों हर दिन किसी टॉपिक पर बात करते हैं और जिस विषय पर बात करनी है उस विषय के बारे में फेसबुक पर पहले ही सूचना दे दी जाती है. दरअसल ये एक तरह का प्रमोशन भी है. मसलन आज अभिरंजन अपने वॉल पर विषय और समय की जानकारी देते हुए लिखते हैं –
शाम 6 बजे एक बार फिर से Anuranjan Jha के साथ फेसबुक पर LIVE होंगे। आज का मुद्दा- कहीं राष्ट्रीय गुंडागर्दी यूनिवर्सिटी तो नही बनती जा रही हे जेएनयू? अपने सुझाव और सवाल भेजें, ताकि उन्हें चर्चा में शामिल किया जा सके।
ठीक इसके पहले वाले दिन अनुरंजन झा अपने वॉल पर लिखते हैं –
उत्तर प्रदेश की मौजूदा राजनीतिक नखरों पर गपियाते हैं आज …. Abhiranjan Kumar के साथ . यहीं पर …आधे घंटे बाद … 6.30 बजे … कोई सवाल, कोई सुझाव हो अवश्य बताएं .. चर्चा में शामिल करेंगे …
इस पोस्ट के एक दिन पहले वाले पोस्ट में अनुरंजन झा लिखते हैं –
तैयार हो जाइए दोस्तों … पंद्रह मिनट बाद ठीक 6 बजे.. बिहार के मौजूदा हालात पर लाइव होंगे … Abhiranjan Kumar.. के साथ
दरअसल अभी ये प्रयोग शुरूआती दौर में है. लेकिन कोई शक नहीं कि आने वाले वक्त में इसका अंदाज़ और बदलेगा और टेलीविजन न्यूज़ की दुनिया इससे प्रभावित होगी. अब हर आदमी के पास न्यूज़ चैनल है और वो जब चाहे तब अपनी बात ब्रॉडकास्ट कर सकता है. बहरहाल देखिये फेसबुक पर अभिरंजन वर्सेज अनुरंजन LIVE….
जलता बिहार, सुशासन का ढोल और पिसती जनता