अब जबकि एप्स और वेबसाइट की रफ्तार सबसे तेज चैनल से ज्यादा है और ये मामला अभी इन्टरटेन्मेंट कंटेंट को लेकर है, बहुत संभव है कि ये हार्डकोर न्यूज को लेकर भी कोई विज्ञापन आए( स्टोरी तो पहले से ब्रेक हो ही रही है) तो फिर दर्शक सबसे तेज के दावे क्यों मानने लगेगी..क्या इसे देखने से टीवी की पेंदी से अंडे निकलेंगे ?
अब समय आ गया है कि आजतक अपनी टैगलाइन जल्दी से जल्दी बदले नहीं तो जब भी वो ढोल-बाजेवाली जिंगल के साथ सबसे तेज लिखेगा, एप्स जेनरेशन कहेगी- इट्स सो फनी न..कम्प्लीटली फेक क्लेम. @fn