Lalit Pant : मुजफ्फर नगर तो 27 अगस्त से उबल रहा था दंगा हुआ 7 सितम्बर को , आजतक के स्टिंग को सिर्फ आजम खान तक सीमित मत करिए , इसे सपा और कांग्रेस की मुसलमान वोट के लिए गला काट संघर्ष के तौर पर देखिये , यदि सपा सरकार दस दिन तक निष्क्रिय बनी रही तो कांग्रेस भी तो 10 दिनों तक चुपचाप तमाशा देखती रही , केंद्र के पास भी तो दंगा होने की इंटेलिजेंस रही होगी ,कांग्रेस की केंद्र सरकार ने क्या किया ? यदि आजम खान ने कहा की “जो होता है होने दो” तो यही काम केंद्र सरकार ने भी तो किया है , केंद्र सरकार चाहती तो दंगा रोकने के लिए बहुत कुछ कर सकती थी , क्या किया ? सपा और कांग्रेस दोनों दंगे की बिसात पर एक दुसरे को चित करना चाहते थे , दंगे का लाभ दोनों लेना चाहते थे , इसलिए इस डिबेट को सिर्फ आजम खान तक सीमित करने की भूल न करे | जो आज तक नहीं दिखा रहा उसे भी देखने की कोशिश करें |
Ravinder Singh Rathee : आज तक पर अभी मुजफ्फरनगर के दंगों को लेकर विशेष कवरेज हो रही है। जिसमें अनेक तत्कालीन अधिकारियों ने कहा कि आजम खान और लखनऊ में बैठे उस जैसे अनेक नरपिशाचों ने दंगों के दौरान कोई कार्रवाई करने से रोका था। बौखलाई अखिलेश सरकार शाम से ही ऐसे बयान देने वाले अधिकारियों के ताबड़तोड़ तबादले कर रही है। खैर जानता हूं अब भी धर्मनिरपेक्षों के दिमाग का जंग और आंखों का मोतिया ठीक नहीं होगा…
Sanjay Tiwari : आज तक के आपरेश दंगा में बताया जा रहा है कि दंगों के लिए आजम खान दोषी हैं.
Akhilesh Sharma: आज तक पर मुज़फ़्फ़रनगर के दंगों को लेकर स्टिंग आपरेशन दिखा रहा है कि दंगों के पीछे राजनीतिक साज़िश है।
शशांक शेखर : मिला हुआ है क्या आज तक आज़म से….जब पूरा नाम था तो आधा नाम क्यूँ दिखाया….फर्जी में गया पुलिस वाला
Prathvipal Singh : आज तक के आपरेशन दंगा का तुरत फुरत सच बताने पर फुगाना के एस एच ओ लाईन हाजिर ..आजम का नाम आया ..बुरा लगा सपा सियासत को स्टिँग आपरेशन……..
आपरेशन दंगे मे आज तक के खुलासे के बाद सीएम के हाथो क्या मंत्रीआजमखान बर्खास्त होगेँ?
झटके से …
डॉ अ कीर्तिवर्धन : मुज़फ्फरनगर के दंगों का सच क्या है क्या है सरकार का चरित्र , अगर जानना चाहते हो तो टी वी पर ” आज तक ” समाचार अभी देखें । किस तरह समाज के नेता खेल खेलते हैं , नेता नाराज होते हैं , नेता इशारा करते हैं , जो अधिकारी तलाशी लेते हैं या दंगाईयों को पकड़ते हैं ,किस प्रकार उनके ट्रांसफर किये जाते हैं ? देखिये ” आज तक ” समाचार पर आज और अभी , और सोचिये कौन हैं अमन के दुश्मन जिन्होंने यहाँ की जनता के दिलों में नफरत की आग लगाई और क्या मज़बूरी है प्रदेश के मुख्य मंत्री की जो ऐसे लोगो को मनाने उनके घर तक भी जाते हैं ?
Jayram Viplav : आज तक के स्टिंग ऑपरेशन में मुजफ्फरनगर दंगे का सच सामने आ ही गया | जो बातें कल तक नुक्कड़ से लेकर फेसबुक की चर्चा में हो रही थी वो आज तक पर दरोगा -अफसरों ने अपनी जुबान से कहा | अब क्या इस देश की तथाकथित सेकुलर मीडिया और मानवाधिकार वाले अखिलेश को खुनी ,अपराधी ,दंगाई ,शैतान जैसे उपाधियों से नवाजते हुए उस पर कम्युनल होने का दाव करेंगे या टोपी वाला सेकुलर सर्टिफिकेट अखिलेश के मामले में मान्य है ????????
Dinesh Shakya : मुजफफरनगर के दंगो की हकीकत को रूबरू कराने के लिये आजतक ने पत्रकारिता के सारे मापदंडो को सही ढंग से पेश करने के लिये बहुत बहुत बधाई।
Prashant Pathak आजतक की धमाकेदार कड़ी खबर के बाद सारी मुलयिमियत निकल गयी और पूरे देश के लोगो के कान कड़े हो गए अलग से एक पीएम का तो हो गया पीएम (पोस्टमार्टम)
Vikaas Kapil
आज तक पर दंगों की रिपोर्टिंग देख रहा हूँ।
समाजवादी सच्चाई निकल कर बाहर आ रही है?
रहीसुद्दीन ‘रिहान’
आजतक ने अपने स्टिंग में मुजफ़्फ़रनगर दंगों के पीछे के सच को उजागर कर दिया. दंगे करवाने के पीछे उत्तर-प्रदेश सरकार के मंत्री आजम खां का नाम सामने आ रहा हैं हालांकि मुजफ़्फ़रनगर इलाके में एक छोटी-सी घटना ने जब दंगें का रुप अख़्तियार किया था, तभी से दंगे प्रायोजित होने के कयास लगाएं जा रहे थे. आजतक ने आज कयासों को विराम देते हुई सच्चाई को सामने ला दिया. लेकिन अभी भी ऐसे कई दंगाई होंगें जो शायद ही कभी सामने आ पाएं..क्योंकि उनकी जगह पुलिस ने निर्दोष लोगों को दंगाई का तमगा पहनाकर जेल में जीवन भर सड़ने के लिए डाल दिया होगा. पुलिस को कैसे और कब जेलों को भरना है इसकी स्क्रिप्ट भी पहले ही पुलिस को पकड़ा दी गई होगी.
(एफबी से साभार)