नई दिल्ली. टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बचपन से ही फौजी बनना चाहते थे। वो रांची के कैंट एरिया में अक्सर घूमने चले जाते थे। लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था, वो फौज के अफसर नहीं बन पाए और क्रिकेटर बन गए। महेंद्र सिंह धोनी ने ये खुलासा आजतक के सामने किया। धोनी ने मिलिट्री के पैराशूट रेजीमेंट में जवानों के साथ एक दिन बिताया और इन खास पलों का साक्षी रहा आजतक। सेना के जवानों के बीच पूरे एक दिन धोनी ने क्या क्या कमाल किया और जवानों ने कैसे की धोनी के साथ मस्ती, ये सब आप आजतक पर दो अक्टूर की रात 9 बजे और पांच अक्टूबर को रात 8 बजे से देख सकते हैं। शो का नाम है- सॉलिड जवान, स्टार कप्तान।
महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेटर तो हैं ही, साथ ही टेरीटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल भी हैं। पैराशूट रेजीमेंट में पूरी दिन धोनी ने खूब मस्ती की। जवानों से बातें कीं, उनसे बहुत कुछ सीखा। मार्क ड्रिल देखा। आतंकी हमले के वक्त फौजी किस तरह मोर्चे पर डट जाते हैं, धोनी ने ये सब देखा और सीखा भी। निशानेबाजी के शौकीन महेंद्र सिंह धोनी शूटिंग रेंज में गए और जमकर निशाने लगाए। कैप्टन कूल ने यहां खूब हंसी मजाक भी किया। धोनी का हर निशाना बिल्कुल सटीक बैठ रहा था, लेकिन जब एक बार निशाना चूक गया तो धोनी मुस्कुराकर बोले -”मेरे पीछे आजतक खड़ा है, इसी प्रेशर में निशाना चूका। मीडिया मेरी हर बात पर नजर रखता है।”
बातों ही बातों में महेंद्र सिंह धोनी ने ये बताया कि उन्हें ऊंचाई से बहुत डर लगता है। इसके बावजूद धोनी ने फैन जंप किया। जब वो नीचे से ऊपर आए तो कहा- ” इस वर्दी में कुछ खास है। शायद इस वर्दी का कमाल है जो मुझे डर नहीं लगा।”
धोनी ने इसके बाद शाम को चाय के बाद जवानों के साथ शानदार महफिल जमाई। जवानों ने खूब गाने सुनाए और डांस भी किया। धोनी से जवानों ने डांस की फरमाइश की, लेकिन धोनी ने कहा कि जब वो अगली बार आएंगे तो जरूर नाचेंगे। फिर धोनी ने जवानों को गाना सुनाया- मैं पल दो पल का शायर हूं…।
जवानों ने धोनी से खूब भी सवाल पूछे। एक जवान ने पूछा कि आप इतने कूल कैसे रहते हैं। इस पर धोनी ने जवाब दिया- ‘जिस दिन मुझे प्रेस कान्फ्रेंस करनी होती है, उससे एक दिन पहले मैं फ्रिज में जाकर बैठ जाता हूं, इसी नाते कूल रहता हूं।’
धोनी जवानों से बड़ी गर्मजोशी से मिले। दिल खोलकर तारीफ भी की। एक सवाल के जवाब में धोनी ने कहा-‘बचपन से ही मैं सेना में जाना चाहता था। रांची में आर्मी एरिया में अक्सर चला जाता था। वहां जवानों को देखकर सोचता था कि एक दिन मैं भी ऐसा ही बनूंगा।’
क्रिकेटर होने के बाद फिर आर्मी में आने को लेकर पूछे एक सवाल के जवाब में धोनी ने कहा- ‘मैं देश की सेवा करना चाहता हूं। और इस तरह से मुझे देश की सेवा करने का मौका मिला तो मैंने मंजूर कर लिया।’
एक जवान ने पूछा- आप क्रिकेटर होकर फौजी बन गए और हम फौजी होकर क्रिकेटर क्यों नहीं बन पाते, हम आईपीएल में क्यों नहीं खेल पाते। इस पर धोनी बोले-‘क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसे कोई भी खेल सकता है। कोई बंदिश नहीं है। आप भी आईपीएल खेल सकते हैं। अगर आपके भीतर बढ़िया क्रिकेट खेलने की काबीलियत है तो आपको भी खेलने का मौका मिल सकता है।’
सेना के जवानों के साथ धोनी के कई अनदेखे, अनजाने पहलू सामने आए। धोनी जब सैनिकों की विधवाओं और बच्चों से मिले तो उनका एक अलग चेहरा देखने को मिला। धोनी इमोशनल हो गए। सैन्य विधवाओं के बच्चों के साथ वक्त बिताया, उनकी तमाम मांगें पूरी कीं। उन्हें ऑटोग्राफ दिया और तस्वीरें भी खिंचवाई।
धोनी के साथ इन सुनहरे पलों को समेटकर आजतक ने शो बनाया है- सॉलिड जवान, स्टार कप्तान। ये शो दो अक्टूबर यानी बुधवार को रात 9 बजे से लगातार दिखाया जाएगा। इसी तरह 5 अक्टूबर को ये शो रात 8 बजे दिखाया जाएगा।