 नेपाल को लेकर अपने यहाँ के चैनलों पर जो और जितना देखा,यही लगा- कितना नकली और बनावटी है हमारा मीडिया..संवेदना के सारे शब्द और एक्सप्रेशन तो विज्ञापन और प्रमोशन की दुनिया में झोंक आये, अब जो भी बोलते-दिखाते हैं,खबर नहीं,खुद और चैनल के विज्ञापन लगते हैं.
नेपाल को लेकर अपने यहाँ के चैनलों पर जो और जितना देखा,यही लगा- कितना नकली और बनावटी है हमारा मीडिया..संवेदना के सारे शब्द और एक्सप्रेशन तो विज्ञापन और प्रमोशन की दुनिया में झोंक आये, अब जो भी बोलते-दिखाते हैं,खबर नहीं,खुद और चैनल के विज्ञापन लगते हैं.
खबर से 10 गुना ज़्यादा कि वो पहले हैं जो यहाँ पहुंचे. आप कीजिए अमेरिका की आलोचना लेकिन cnn international ने जइतने शांत किन्तु प्रभावशाली ढंग से कवरेज की, ये दस पैसे बराबर भी कर लें तो बहुत है.
आजतक की स्वेता सिंह को देखा तो घिन आने लगी. बेहद खराब अंग्रेजी में लगा पीटीसी नहीं, कॉस्ट्यूम प्रमोशन कर रही हों.यही हाल ज़्यादातर चैनलों का..ट्वीटर पर #GoHomeIndianMedia सही ट्रेंड हो रहा है..जब हम आजीज आ गए तो उन पर क्या बीतती होगी.#मीडियामंडी @FB
 
 











