-अनिल बेदाग-
एजूकेशन बेस्ड फिल्मों को भले ही अधिक सफलता न मिली हो, पर ऐसी फिल्मों को बनाने वाले प्रशंसा के पात्र हैं जो किसी मुद्दे को आधार बनाकर सिस्टम को सुधारने की कोशिशें करते हैं। कुछ अरसा पहले एजूकेशन को लेकर एक अच्छी फिल्म देखने को मिली थी जिसका नाम था चॉक एंड डस्टर। उसमें एजूकेशन का इतना स्ट्रांग मैसेज था कि उसकी रिलीज़ से पहले ही कई राज्यों ने फिल्म का टैक्स माफ कर दिया था। इस फिल्म में शबाना आज़मी और जूही चावला ने भी काम किया था। शबाना को यह फिल्म इतनी पसंद आई कि उन्होंने खुद आगे आकर फिल्म को यूपी और पंजाब में टैक्स माफ करवाने में अहम भूमिका निभाई। अब एक बार फिर यह फिल्म चर्चा का विषय बनी है। दरअसल, लंदन फिल्म फैस्टिवल में तमाम हॉलीवुड तथा अन्य देशों की अंग्रेज़ी फिल्मों में इस एकमात्र हिंदी फिल्म को शामिल किया गया है और इसकी प्रेजेंटर बनकर जा रही हैं शबाना आज़मी।
फिल्म के निर्माता अमीन सुरानी कहते हैं कि इससे पहले यह फिल्म यूएस फिल्म फैस्टिवल में जा चुकी है। चॉक एंड डस्टर के बाद अब सुरानी अपनी दूसरी कॉमेडी फिल्म पापा फेंचो के साथ तैयार हैं जिसकी स्टारकास्ट बड़ी है। फिल्म को डायरेक्ट कर रहे हैं संगीत सीवन। इसके अलावा एक फिल्म माधवन के साथ भी है। संगीत सीवन के साथ ही एक मलयालम फिल्म भी शुरू करने जा रहा हूं।