वेद उनियाल
सबके अपने अपने गणित हैं। एक चैनल से एक अच्छे वरिष्ठ पत्रकार को इसलिए जाना पड़ा कि उन्होंने कुमार विश्वास से कुछ अच्छे सवाल किए। चैनल चाहता था कि कुमार विश्वास को खूब महिमामडित किया जाए। उनसे चापलूसी वाले तरीके से बात हो। लेकिन उन पत्रकार के कुमार विश्वास से किए गए संवाद को चैनल के ऊंचे लोग बर्दाश्त नहीं कर पाए।
यह चैनल शुरू से आपके बारे में जम कर प्रचार करता आया है। वहां पैनल में जिन माननीय पत्रकारों को बुलाया जाता है वो टीवी चैनल से लेकर फेसबुक में केवल आपमय रहते हैं। आप पार्टी की ही भाषा बोलते हैं। भले ही स्टिंग आपरेशन के जरिए इस चैनल ने अपने कामों को धासूं बताने की कोशिश की हो, लेकिन अंदर खाने चैनल भी एक पार्टी के रंग में रंगा है। कहां जाएं भारत के लोग । कहां जाएं भारत के मतदाता।
(स्रोत-एफबी)