अमित शाह का नाम लेने से चैनल शरमा क्यों रहे हैं?

अमित शाह आजतक पर विज्ञापन की शक्ल में अब तक कौन पैसे उड़ाता आया है- आप या बीजेपी ?
अमित शाह आजतक पर विज्ञापन की शक्ल में अब तक कौन पैसे उड़ाता आया है- आप या बीजेपी ?

बी. के. बंसल आत्महत्या केस में सुसाइड नोट में एक जगह अमित शाह का भी नाम है लेकिन तमाम न्यूज़ चैनल अमित शाह का नाम लेने से परहेज कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर इसी को लेकर न्यूज़ चैनलों की खिंचाई शुरू हो गयी. पेश है चुनिंदा प्रतिक्रिया –

दिलीप मंडल – न्यूज चैनल तो अमित शाह का नाम लेते यू शरमा रहे हैं मानों वो उनके पति हों और संपादक उनकी पतिव्रता परंपरागत अनपढ़ ग्रामीण पत्नी। किसी चैनल ने यह नाम लिया क्या? इस केस से अमित शाह का कुछ नहीं बिगड़ेगा। नाम ले लो चैनलों।

प्रियभ रंजन

(1) DG (Corporate Affairs) रहे बी के बंसल के सुसाइड नोट में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नाम है।
(2) Indian Corporate Law Service (ICLS) के अधिकारी रहे बंसल के सुसाइड नोट में CBI के DIG संजीव गौतम पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
खास बात ये है कि गौतम 1995 बैच के Indian Revenue Service के अधिकारी हैं और उन्हें अमित शाह का करीबी माना जाता है।
तभी शायद गौतम साहब ने बंसल पर धौंस जमाते हुए कहा कि “मैं अमित शाह का आदमी हूं। मेरा कोई क्या बिगाड़ेगा। तेरी Wife और Daughter का वह हाल करेंगे कि सुनने वाले भी कांप जाएंगे।”
(3) कोई न्यूज़ चैनल ये क्यों नहीं बता रहा कि बंसल के सुसाइड नोट में अमित शाह और संजीव गौतम का नाम है ?

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