दूरदर्शन की पत्रिका दृश्यांतर, अजीत राय बने संपादक

अजीत राय (बाएं) बने दृश्यांतर के संपादक
अजीत राय (बाएं) बने दृश्यांतर के संपादक
मीडिया, साहित्य, संस्कृति और रंगमंच पर आधारित एक नई पत्रिका ‘दृश्यांतर’ नाम से आयी है. दूरदर्शन ने यह पत्रिका निकाली है. आज इसका औपचारिक विमोचन भी हो गया. वरिष्ठ पत्रकार अजीत राय को इसका संपादक बनाया गया है.

अजीत राय मीडिया, साहित्य और रंगमंच की दुनिया में लंबे समय से सक्रिय हैं. जनसत्ता में लंबे समय तक ये रंगमंच पर भी लिखते रहे हैं. इनके खाते में दर्जनों राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के फिल्म फेस्टिवलों को आयोजित कराने का श्रेय जाता है.

बहरहाल दूरदर्शन की पत्रिका ‘दृश्यान्तर’ मासिक होगी और इसकी कीमत 25 रूपये होगी. पहले अंक में आवरण चित्र के रूप में सुप्रसिद्ध मकबूल फ़िदा हुसैन की तस्वीर छपी है. लोकतांत्रिक आवाजों का मंच नाम से संपादकीय में पत्रिका की परिकल्पना और उद्देश्य के बारे मे बताया गया है.

पहले अंक में श्याम बेनेगल का इंटरव्यू, राजेन्द्र यादव का धारावाहिक उपन्यास ‘भूत’ का पहला भाग, असगर वजाहत के नाटक का अंश ‘पाकिटमार जंक्शन’ को छापा गया है. इसके अलावा भी कई अच्छे लेख है. पत्रिका के पन्नों की संख्या 100 है. कुल मिलाकर पत्रिका का पहला अंक अच्छा बन पड़ा है और लेआउट आदि की दृष्टि से किसी भी तरह से सरकारी पत्रिका नहीं लगती.

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.