बिहार कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के लिए घर की मुर्गी दाल बराबर

patna kalaपटना के रंगकर्मी लगभग सप्ताह भर से अपनी मांगों को लेकर प्रेमचन्द रंगशाला के गेट पर धरना दे रहे हैं. किन्तु बिहार कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के सचिव के पास वक्त नहीं है अपने राज्य के संस्कृतिकर्मियों से मिलने का.

बिहार कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार ने कल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए लखनऊ घरने के प्रख्यात नर्तक बिरजू महराज और चित्रकार सैयद हैदर रजा को सम्मानित किया. दोनों ही उच्च कोटि के कलाकार हैं इसमें कोई सन्देश नहीं. ये सवाल यहाँ नाजायज है कि इनलोगों का बिहार के कला और संस्कृति में क्या योगदान है ?

कला संस्कृति विभाग ने मार्च माह में राज्य कला पुरस्कारों की घोषणा की थी, राज्य के सभी कलाकारों को 25 मई को मुख्यमंत्री ने पटना में पुरस्कार प्रदान किया था. किसी व्यक्तिगत वजह से ये दोनों हस्तियाँ पुरस्कार लेने पटना नहीं पहुँच सके तो बिहार कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के सचिव महोदय इन्हें दिल्ली में पुरस्कृत करेगें.

कला के प्रति ऐसा सम्मान का भाव देखकर हम समस्त पटना के संस्कृतिकर्मियों नतमस्तक हैं. कहावत मशहूर है घर की मुर्गी………तो एक बार प्रेम से बोलिए बिहार कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की जय !!!!

(पुंज प्रकाश के एफबी वॉल से)

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