दीपक चौरसिया साहब इंडिया न्यूज और इंडिया टीवी के बीच के अंतर को बताएँगे?

विनीत कुमार

modi india newsइंडिया टीवी ने कलेजा ठोककर हम दर्शकों को बताया कि नरेन्द्र मोदी पर बनायी उसकी डॉक्यूमेंट्री सबसे सच्ची और एक्सक्लूसिव है..लेकिन अभी देख रहा हूं कि इंडिया न्यूज की ‘मेकिंग ऑफ मोदी’ के व्ऑइस ओवर की एक-एक लाइन न केवल मिल जा रही है बल्कि एक के बाद एक फुटेज भी.

क्या सच्ची बात की भाषा इतनी एक सी होती है कि इंडिया टीवी और इंडिया न्यूज के बीच न केवल फर्क खत्म हो जाए बल्कि नरेन्द्र मोदी खबर के बजाय विज्ञापन की शक्ल में लगातार दिखाए जाने लगे.

वैचारिकी के स्तर पर बात करुं तो आप फिर पिल पड़ेंगे लेकिन चैनलों की भाषाई दरिद्रता पर कुछ तो गौर कीजिए प्रभु..

एक-एक शब्द पेड न्यूज का हिस्सा लग रहा है और जैसे चैनल विज्ञापन की टेक्स्ट न बदलने की मजबूरी से बंधे होते हैं, वैसे ही आज नरेन्द्र मोदी की खबर को लेकर..

कल फिर आप हिन्दी के नाम की मर्सिया पढ़िएगा और “टेलीविजन की भाषा” जैसी किताब का चारण कीजिएगा जो हजार-बारह सौ शब्दों को टीवी के लिए पर्याप्त मानता है…

लेकिन सोचिए तो हमारे न्यूज चैनल उन दरबारी कवियों से कई गुणा बत्तर हैं जिनके पास चमचई और चापलूसी तक की अपनी भाषा नहीं है..

(विनीत कुमार के एफबी वॉल से )

1 COMMENT

  1. मेकिंग ऑफ मोदी इंडिया न्यूज़ में बनाने वले अजय आज़ाद हैं । इंडिया टीवी में मोदी पर सबसे विश्वसनीय डॉक्यूमेंट्री बनाने वाले भी अजय आज़ाद थे । सिर्फ चैनल बदला है । प्रोड्यूसर नहीं । इसलिए भाई साहब ज्ञान सुधार ले । रही बात फुटेज की । तो फुटेज कहीं भी किसी को मिल सकता है । मीडिया ख़बर पर कुछ लिखने से पहले कुछ सोच लिया कीजिए । ज्यादा दिमग न चलाया कीजिए । कोई कन्फ्यूजन हो तो मुझसे संपर्क कर लीजिए ।
    अजय आज़ाद
    09818127649

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.