दिल्ली के रामलीला मैदान से प्रधानसेवक का दिया गया भाषण इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि…

समर्थकों से ज्यादा विरोधियों के रोम-रोम में प्रवेश कर गए हैं मोदी
समर्थकों से ज्यादा विरोधियों के रोम-रोम में प्रवेश कर गए हैं मोदी

दिल्ली रैली में मोदी के भाषण पर मीडिया मामलों के विशेषज्ञ विनीत कुमार की एफबी पर कुछ टिप्पणियाँ –

समर्थकों से ज्यादा विरोधियों के रोम-रोम में प्रवेश कर गए हैं मोदी
समर्थकों से ज्यादा विरोधियों के रोम-रोम में प्रवेश कर गए हैं मोदी

दिल्ली में जो झूठ की मशीन लगी है वो भी गुजरात में लगी सच की मशीन जितनी खतरनाक प्रोडक्ट नहीं बना पा रही है.‪#‎धरनाफ्रीसेवक‬

जो देश महीने में करोड़ों रूपये की फेयरनेस क्रीम पोत लेता हो, लाखों रुपये के तेल कपार को पिला देता हो..ये जानते हुए कि पैदा होने से लेकर अर्थी सजने तक भी क्रीम लगाने से गोरे नहीं हो पाएंगे, एक बार बाल झड़ गए हैं तो शर्तिया तेल की टैंकर कपार पर लादकर चलने से भी बाल नहीं आएंगे..वो अगर विज्ञापन और भाषणों से विकास के पापा के असर में आ जाता हो तो आश्चर्य क्या ?‪#‎धरनाफ्रीसेवक‬

जिसको जिस चीज में मास्टरी होती है, उसे वही काम करने दो..जिसे गाड़ी चलानी आती हो, उससे आप खाना बनावा लोगे, नहीं न ? लेकिन जनाब, आपको तो जनता ने अपने पेशे से हटकर मौका दिया न.‪#‎धरनाफ्रीसेवक‬

ये नए तरह की सरकार है.
प्रधानसेवक की बात से सौ फीसद सहमत क्योंकि इसके लोकतंत्र के ठेके विज्ञापन और पीआर एजेंसियों को दिए जाते हैं, बनने से पहले भी औऱ उसके बाद भी.‪#‎धरनाफ्रीसेवक‬

यदि धरना, प्रदर्शन,हड़ताल लोकतंत्र के, अपने अधिकारों के प्रति सचेत होने और हक लेने के जरूरी औजार नहीं है तो कॉर्पोरेट कंपनियों की भाषा बोलने और उनकी तर्ज पर चलनेवाली सरकार के प्रधानसेवक रामलीला मैंदान से कम से कम उस टॉल फ्री नंबर की घोषणा तो करते जाते जहां से शिकायत सीधे विकास के पापा तक पहुंचायी जा सके.‪#‎धरनाफ्रीसेवक‬

दिल्ली के रामलीला मैंदान से प्रधानसेवक का दिया गया भाषण इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि इन्होंने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए हड़ताल,धरना,प्रदर्शन,आंदोलन को न केवल गैरजरूरी बताया बल्कि ऐसा करनेवाले विकास विरोधी तक करार दिए गए. आज इस देश को भाजपा नाम की ऐसी पार्टी नसीब हुई है जो सौ फीसद धरनाफ्री, आंदोलन फ्री, प्रदर्शन फ्री पार्टी है.कैलेस्ट्रॉल फ्री तेल की तर्ज पर इस आंदोलन फ्री पार्टी किस तरह का जनतंत्र रचती है, बस देखते जाइए.‪#‎धरनाफ्रीसेवक‬

धरना फ्री प्रधानसेवक दिल्ली को जेनरेटर फ्री शहर बनाना चाहते हैं. इससे न केवल डीजल की बचत होगी बल्कि जहरीले धुएं से बचा जा सकेगा. आप बस ये ध्यान रखिएगा कि स्थिर सरकार बनाने की नियत से चुनावी रैलियों के लिए सड़कों पर जो एलइडी स्क्रीन से लैस गाड़ियां जब सड़कों पर उतारी जाएंगी, वो सबकी सब सौर उर्जी से चलतीं हैं या वायुघर्षण उर्जा से.‪#‎धरनाफ्रीप्रधानसेवक‬

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