एबीपी न्यूज का सर्वे कोई समझा सकता है कि कैसे केजरीवाल आगे और पार्टी पीछे रहेगी?

एबीपी न्यूज का सर्वे कोई समझा सकता है कि कैसे केजरीवाल आगे और पार्टी पीछे रहेगी?
एबीपी न्यूज का सर्वे कोई समझा सकता है कि कैसे केजरीवाल आगे और पार्टी पीछे रहेगी?

पंकज शुक्ला

ये ABP News का सर्वे कोई समझा सकता है? Arvind Kejriwal को अगर 39 फीसदी दिल्ली वाले मुख्यमंत्री के तौर पर पसंद कर रहे हैं, तो क्या उनकी पार्टी के प्रत्याशी को अपने क्षेत्र में वोट दिए बगैर। ये कैसे हो सकता है कि सीएम की रेस में अरविंद आगे हों पर विधायक भाजपा के ज्यादा जीत रहे हैं?

एबीपी न्यूज का सर्वे – रिपोर्ट (स्रोत-एबीपी न्यूज)

एबीपी न्यूज का सर्वे कोई समझा सकता है कि कैसे केजरीवाल आगे और पार्टी पीछे रहेगी?
एबीपी न्यूज का सर्वे कोई समझा सकता है कि कैसे केजरीवाल आगे और पार्टी पीछे रहेगी?

नई दिल्ली: दिल्ली के सियासी मिजाज को समझने और मतदाताओं के मूड भांपने की एबीपी न्यूज़-नीलसन की कवायद यह बता रही है कि दिल्ली में बीजेपी बहुमत के साथ सरकार बना लेगी. हालांकि, बतौर सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता की पहली पसंद हैं.

एबीपी न्यूज़-नीलसन ओपिनियन पोल के मुताबिक अगर अभी विधानसभा चुनाव हुए तो बीजेपी 14 सीटों की बढ़ोतरी के साथ 46 सीटों पर कब्ज़ा जमा सकती है, जबकि आम आदमी पार्टी 18 सीटों पर ही सिमट जाएगी. उसे कुल 10 सीटों का नुकसान हो सकता है. कांग्रेस की झोली में महज़ 5 सीटें जाएंगी. एक सीट अन्य के खाते में जा सकती है. 70 सीटों वाली दिल्ली में बहुमत का जादुई आंकड़ा 36 है.

आपको बता दें कि बीते विधानसभा चुनाव में बीजेपी+ को 32, आम आदमी पार्टी को 28 और कांग्रेस को 8 सीटें मिली थी. एक सीट निर्दलीय और एक सीट जेडीयू के खाते में गई थीं.

अरविंद केजरीवाल सीएम की रेस में नंबर वन

आम आदमी पार्टी के लिए महज़ संतोष की बात यह है कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता में मामूली अंतर से ही सही, बतौर सीएम उनकी पहली पसंद हैं. हालांकि, उन्हें हर्षवर्धन से कड़ी टक्कर मिल रही है.

एबीपी न्यूज़-नीलसन ओपिनियन पोल के मुताबिक दिल्ली के 39 फीसद मतदाता अरविंद केजरीवाल को बतौर सीएम पंसद करते है तो 38 फीसद मतदाता डॉक्टर हर्षवर्धन को बतौर सीएम देखना चाहते हैं.

दिल्ली की 15 साल तक सीएम रहीं शीला दीक्षित को महज़ 7 फीसद जनता एक बार फिर सीएम के तौर पर देखना चाहती है. सीएम की रेस में जगदीश मुखी चौथे नंबर हैं और उन्हें 5 फीसद जनता पसंद करती है. सतीश उपाध्याय और अरविंदर सिंह लवली को चार-चार फीसद जनता पसंद करती है. दो फीसद मतदाओं की पसंद के साथ अजय माकन सबसे नीचले पायदान पर हैं.

ओपिनियन पोल से साफ है कि दिल्ली की जनता का मूड बीजेपी के पक्ष में है, लेकिन उनमें वो गर्मजोशी नहीं है जैसी उन्होंने लोकसभा चुनावों के दौरान दिखाई थी. लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 60 विधानसभा सीटों पर बढ़त मिली थी.

एबीपी न्यूज़ के सर्वे के मुताबिक बीजेपी को 38 फीसद वोट मिलने की संभावना है, जबकि आम आदमी पार्टी को 26 फीसद वोट मिलने के आसार हैं. 22 फीसद वोट कांग्रेस भी पाने में कामयाब रहेगी.

आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी का मैजिक अपने चरम पर था और इस तरह बीजेपी को 46.4 फीसद, आप को 32.9 फीसद और कांग्रेस को 15.1 फीसद वोट मिले थे.

जब दिल्ली की जनता से पूछा गया कि उनके सबसे लोकप्रिया नेता कौन हैं तो यहां भी अरविंद केजरीवाल को मुंह की खानी पड़ी. विधानसभा चुनाव की बेला पर भी जनता की जुबान पर मोदी का नाम सबसे ऊपर है. दिल्ली की करीब दो तिहाई (63 फीसद) जनता नरेंद्र मोदी को सबसे लोकप्रिय नेता मानती है. एक चौथाई यानी 25 फीसद मतदाता अरविंद केजरीवाल को सबसे लोकप्रिय नेता मानते हैं. 12 फीसद जनता की नजर में राहुल गांधी सबसे लोकप्रिय नेता हैं.

एबीपी न्यूज़-नीलसन ओपिनियन पोल की सबसे दिलचस्प बात यह है कि दिल्ली की अधिकतर जनता ने जहां 49 दिन के केजरीवाल सरकार के कामकाज को सराहा है वहीं वे मानते हैं कि मोदी ने अच्छे दिन लाए हैं.

पोल के मुताबिक 61 फीसद जनता अरविंद केजरीवाल के 49 दिन की सरकार के कामकाज से संतुष्ठ है तो 38 फीसद नाखुश. एक दूसरे सवाल के जवाब में 56 फीसद जनता को लगता है कि मोदी अच्छे दिन लाए हैं, 43 फीसद इससे सहमत नहीं है.

आपको बता दें कि एबीपी न्यूज़ का ये सर्वे 5 से 7 नवंबर के बीच किया गया. कुल 6528 लोगों से उनकी राय ली गई जिनमें 93 फीसद जनता ने कहा कि वे हर हाल में वोट देंगे, 95 फीसद ने पिछले विधानसभा में वोट किया था.

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